Monday, July 31, 2017

अध्याय-10, श्लोक-22

वेदानां सामवेदोऽस्मि देवानामस्मि वासवः ।
इंद्रियाणां मनश्चास्मि भूतानामस्मि चेतना ॥ २२ ॥
मैं वेदों में सामवेद हूँ, देवों में स्वर्ग का राजा इंद्र हूँ, इंद्रियों में मन हूँ तथा समस्त जीवों की जीवनी शक्ति हूँ।
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चारों वेदों के बीच चुनो
तो मैं उनमें सामवेद हूँ
राजाओं की श्रेणी में से
मैं स्वर्ग का राजा इंद्र हूँ।

सभी इंद्रियों के मध्य मैं
चंचल चलायमान मन हूँ
जीवों की जीवनी शक्ति
मैं हूँ बनाता उन्हें चेतन हूँ।।

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