Tuesday, January 24, 2017

अध्याय-9, श्लोक-25

यान्ति देवव्रता देवान्पितृन्यान्ति पितृव्रताः ।
भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपि माम्‌ ॥ २५ ॥
जो देवताओं की पूजा करते हैं, वे देवताओं के बीच जन्म लेंगे, जो पितरों को पूजते हैं, वे पितरों के पास जाते हैं, जो भूत-प्रेतों की उपासना करते हैं, वे उन्ही के बीच जन्म लेते हैं और जो मेरी पूजा करते हैं वे मेरे साथ निवास करते  हैं।
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जो पूजते हैं देवी-देवताओं को 
उनको देवलोक प्राप्त होता है।
पितरों की पूजा करनेवाला तो 
अंत में पितृलोक ही पाता है।।

जो करे भूत-प्रेत की उपासना 
वो उनके बीच ही जन्मता है।
परंतु जो ध्याता है मुझको वो 
मेरे साथ मेरे धाम में रहता है।।

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